उठा अहिंसा का अस्त्र शस्त्र, चेतना जगाई तुमने खोई हुई, उठा अहिंसा का अस्त्र शस्त्र, चेतना जगाई तुमने खोई हुई,
बंधे है हम सभी उसी, प्रेम के बंधन से, बंधे है हम सभी उसी, प्रेम के बंधन से,
अच्छा है, इन यादों का सफर मेरी साँसों तक है बस फिर चाहकर भी ये यादें... अच्छा है, इन यादों का सफर मेरी साँसों तक है बस फिर चाहक...
कैसे कह दूँ इनसे मुझ को प्यार नहीं है इनसे मेरा पुराना नाता है कैसे कह दूँ इनसे मुझ को प्यार नहीं है इनसे मेरा पुराना नाता है
अब जरूरत नहीं है इनको किसी के सहारे की बात- बात पर अपनों के सामने हाथ फैलाने की अब जरूरत नहीं है इनको किसी के सहारे की बात- बात पर अपनों के सामने ह...
यही बात बार-बार मनुष्यों से कहता हूँ मैं हाँ, समुद्र हूँ मैं। यही बात बार-बार मनुष्यों से कहता हूँ मैं हाँ, समुद्र हूँ मैं।